राफेल लड़ाकू विमान
राफेल लड़ाकू विमान
8 अक्टूबर , 2019 को भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस में आयोजित एक औपचारिक कार्यक्रम में भारत के लिए पहला राफेल लड़ाकू विमान प्राप्त किया ।
राफेल फ्रांस की डसॉल्ट कम्पनी द्वारा निर्मित 4 थी पीढ़ी का एक अत्याधुनिक एयरक्राफ्ट है ।
भारत ने कुल 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खदीद का समझौता किया है । राफेल विमानों की प्राप्ति से भारतीय वायुसेना अपनी हवाई सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी ।
भारत मई 2022 तक सभी 36 राफेल विमानों की आपूर्ति प्राप्त कर सकेगा । राफेल लम्बी दूरी तक मार करने के साथ - साथ नाभिकीय हथियारों को भी ले जाने में सक्षम है ।
अभी तक राफेल विमान फ्रांस , मिस्र , कतर तथा अब भारत को ही आपूर्ति किये गए हैं ।
राफेल पाकिस्तान के द्वारा प्रयोग में लाए जाने वाले F - 16 विमानों की तुलना में बेहतर बताए जा रहे हैं ।
हालांकि भारत को अभी भी अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक 42 स्क्वायडून के लिए अतिरिक्त लड़ाकू विमानों की आवश्यकता होगी ।
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English translation
Rafael Fighter Aircraft
On October 8, 2019, Indian Defense Minister Rajnath Singh received the first Rafale fighter aircraft for India at a formal event held in France.
Rafale is a 4th generation state-of-the-art aircraft manufactured by Dassault Company of France. India has signed a total agreement for 36 Rafale fighter jets. The receipt of Rafale planes will ensure the security of its air borders. India will be able to receive supplies of all 36 Rafale aircraft by May 2022. .
Rafael is capable of carrying long distances as well as nuclear weapons. So far Rafale aircraft have been supplied to France, Egypt, Qatar and now India only.
Rafael is said to be better than the F - 16 aircraft used by Pakistan. However, India will still need additional fighter jets for the 42 Squadoon required for its security.
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