प्यार का दर्द 02
समझ नहीं आ रहा, क्यों लिख रहा या क्यों बता रहा, सब कुछ साफ, नजर आ ही गया,
मेरा साथ अच्छा नहीं लगता, मुझे हर दोस्त इग्नोर कर रहा, हर दोस्त दूर जाना चाहता हो,
मैं आपको पसंद नहीं हूं ना, क्या मैं इतना बुरा हूं जी, इंगोर के लायक हूं,
मैं हर पल आपको खुश देखना चाहता हूं, हर आपके चेहरे पर मुस्कान चाहता हूं
इस कारण मैं हर बात में हसने की कोशिश करता हूं,
मैं आपके साथ दिल से सिरियस हूं यार, हम रोड में खड़ा का खड़ा रहा देर रात,
ना जाने किसका इंतजार करता हुआ, मुझे पता है आप ना मुझे ना तो कॉल करोगी ना ही पीछे मुड़ कर देखेगी,
ना जाने फिर भी घंटों देर खड़ा रहा,
सोचा कि मैं आपकी जरूरत नहीं कहता मेरा कोई वैल्यू नहीं, क्या करूं रे बताना आपके बिना नहीं रह जाता है,
आपका इंगोर करना ही आपका जवाब है यार समझ गया, कोई बात नहीं मैंने तो चाहा है,
मैंने तो मन है आपको दिल से भले आप मुझे 1% कुछ मानो हां ना मानो आपको देख लेता हूं ना तो थोड़ा सुकून मिल जाता है,
अब तो सोचता हूं कि आपसे बात भी कहता हूं तो आपको अच्छा नहीं लगता ओके डियर मैं सिर्फ काम करूंगा तो हाय बात करूंगा इतना दर्द कभी नहीं हुआ था
जी आपके साथ 2 पल मिला मैं तो एक अलग ही दुनिया में जी रहा था, कुछ दिनों से अच्छा नहीं लग रहा है यार,
अब तो या भी ज्यादा अकेला हो गया है, बहुत तकलीफ़ होती है जी, हर पल आपकी ही याद आता रहता है,
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